रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में 79वां स्वतंत्रता दिवस बना एक जीवंत संवाद—शिक्षा, सेवा और संकल्प का संगम।
विद्यार्थियों ने मंच नहीं, मिशन संभाला।
“ऑपरेशन सिंदूर” की गूंज से लेकर “2047 के विकसित भारत” की कल्पना तक—हर शब्द, हर कदम, एक प्रतिज्ञा।
यह कोई औपचारिक आयोजन नहीं था—यह था भारत के भविष्य का पूर्वाभ्यास।