रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में "क्लाइमेट नेक्सस: भविष्य की कृषि और जल के लिए एक दृष्टिकोण"

जलवायु परिवर्तन हमारे भविष्य के लिए एक गंभीर खतरा है। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में "क्लाइमेट नेक्सस: भविष्य की कृषि और जल के लिए एक दृष्टिकोण" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला में, विशेषज्ञों ने इस चुनौती का समाधान खोजने के लिए अपने ज्ञान और अनुभव साझा किए। मुख्य अतिथि रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की उपकुलाधिपति डॉ अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि यह कार्यशाला जलवायु परिवर्तन, उन्नत कृषि तकनीक, मौसम डेटा विश्लेषण और पर्यावरण संरक्षण पर गहन चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।
प्रोफेसर पंकज कुमार ने जलवायु परिवर्तन के विज्ञान पर अपने विचार साझा करते हुए इसके प्रभावों और समाधान के संभावित तरीकों पर प्रकाश डाला। श्री शिवशंकर ने पर्यावरण और संरक्षण गतिविधियों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने 3 पी (पेंड़ , पानी और पालीथीन) पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।
डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम ⚕️ ने मध्य प्रदेश में उन्नत कृषि और जलवायु प्रबंधन पर अपने विचार रखे। डॉ. रिजवान ️ ने उपग्रह छवि के उपयोग और मौसम प्रणाली विषय पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी। डॉ. ए. के. सिंह ने क्वांटम कंप्यूटर और मौसम डेटा विश्लेषण पर एक अत्याधुनिक व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर, श्री अनूप दुबोलिया journalist और श्री अजय कुमार शुक्ला scientist को मौसम विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह कार्यशाला जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने और उन्नत कृषि और जल प्रबंधन में नवीन समाधानों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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